DA Hike July 2025 – केंद्र सरकार ने जुलाई 2025 के लिए 1.2 करोड़ केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को लेकर बड़ा फैसला किया है। लेकिन इस बार का फैसला कुछ खास राहत देने वाला नहीं रहा। सरकार ने DA यानी महंगाई भत्ता सिर्फ 2% बढ़ाया है, जिससे यह 53% से 55% हो गया है। आमतौर पर ये बढ़ोतरी 3% या 4% तक होती है, इसलिए इस बार की घोषणा ने कर्मचारियों को थोड़ा निराश जरूर कर दिया है।
कम DA बढ़ोतरी की वजह क्या है?
सरकार के इस फैसले के पीछे की बड़ी वजह है देश की गिरती हुई महंगाई दर। मार्च 2025 में खुदरा महंगाई दर गिरकर 3.34% पर पहुंच गई, जो पिछले 5 सालों में सबसे कम है। इसी का असर DA पर पड़ा। दरअसल, महंगाई भत्ते की गणना CPI यानी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर होती है। जब CPI गिरता है, तो DA बढ़ाने का भी स्कोप कम हो जाता है।
सातवें वेतन आयोग का आखिरी DA अपडेट
ये भी ध्यान देने वाली बात है कि जुलाई 2025 से दिसंबर 2025 के बीच मिलने वाला ये DA सातवें वेतन आयोग के तहत आखिरी संशोधन है। क्योंकि 31 दिसंबर 2025 को इसका कार्यकाल खत्म हो जाएगा। इसके बाद अगला अपडेट सीधे 8वें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार होगा। इसलिए कर्मचारियों को उम्मीद थी कि इस अंतिम अपडेट में सरकार कुछ ज्यादा राहत देगी – लेकिन वैसा नहीं हुआ।
आर्थिक संकेतक क्या बता रहे हैं?
जनवरी से मार्च 2025 तक के CPI आंकड़ों पर नज़र डालें तो इनमें बहुत ज़्यादा अंतर नहीं दिखता। जनवरी में CPI 143.2 था, फरवरी में थोड़ा गिरकर 142.8 हो गया, और मार्च में मामूली बढ़त के साथ 143.0 पर आ गया। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर अप्रैल से जून के बीच CPI में कोई खास उछाल नहीं आया, तो अगली बार DA में या तो बहुत मामूली बढ़ोतरी होगी – या शायद बिल्कुल भी नहीं।
राज्य सरकारों ने भी किया DA अपडेट, लेकिन…
DA में केंद्र के इस फैसले के बाद कई राज्य सरकारों ने भी अपने कर्मचारियों के DA में समान रूप से 2% की बढ़ोतरी की है। लेकिन कई कर्मचारी यूनियन इससे खुश नहीं हैं। उनका कहना है कि बढ़ती महंगाई और घरेलू खर्चों के मुकाबले ये बढ़ोतरी काफी कम है।
कर्मचारी संगठन क्या कह रहे हैं?
कर्मचारी यूनियन ने सरकार से मांग की है कि DA की गणना में बदलाव किया जाए ताकि ये आम लोगों की असल ज़िंदगी की महंगाई को दिखा सके। उनका कहना है कि सस्ते सरकारी आंकड़े भले ही महंगाई को कम दिखा रहे हों, लेकिन ज़मीनी हकीकत में दूध, सब्ज़ी, स्कूल की फीस, गैस-सिलेंडर – सब कुछ महंगा हो रहा है।
आगे क्या हो सकता है?
अभी आधे आंकड़े ही आए हैं। जुलाई 2025 में जो DA तय होगा, उसके लिए जनवरी से जून तक के छह महीनों का औसत CPI लिया जाएगा। अब तक तीन महीने के आंकड़े आ चुके हैं – बाकी के अप्रैल, मई और जून के आंकड़ों का इंतजार है। अगर CPI में उछाल आता है, तो जुलाई में 3% तक की बढ़ोतरी हो सकती है। लेकिन अगर हाल की तरह ही सुस्ती रही, तो अगली बढ़ोतरी और भी कम हो सकती है।
कर्मचारियों के लिए सलाह
अगर आप केंद्रीय कर्मचारी हैं तो अभी घबराने की जरूरत नहीं है। विशेषज्ञों का मानना है कि अप्रैल-जून के आंकड़े फाइनल गेम चेंज कर सकते हैं। इसके अलावा 8वां वेतन आयोग आने ही वाला है – और उसमें कुछ बड़े बदलाव हो सकते हैं। फिलहाल धैर्य रखें और आगे की सरकारी घोषणाओं पर नज़र रखें।
Disclaimer
यह लेख वर्तमान में उपलब्ध सरकारी और आर्थिक डेटा के आधार पर तैयार किया गया है। DA में होने वाली असली बढ़ोतरी केंद्र सरकार की आधिकारिक घोषणा के बाद ही स्पष्ट होगी। कृपया किसी भी आर्थिक निर्णय से पहले ऑफिशियल नोटिफिकेशन की पुष्टि ज़रूर करें।