FASTag Annual Toll Pass – अगर आप भी अपनी गाड़ी लेकर अक्सर हाईवे पर निकलते हैं और हर महीने टोल टैक्स के नाम पर हजारों रुपये खर्च हो जाते हैं, तो अब आपके लिए एक बड़ी खुशखबरी है। केंद्र सरकार एक ऐसी योजना पर काम कर रही है जो आपके सफर को ना सिर्फ आसान बनाएगी बल्कि सस्ता भी। इस योजना का नाम है – FASTag Annual Toll Pass, जिसके तहत अब आप सिर्फ ₹3000 देकर पूरे साल नेशनल हाईवे और एक्सप्रेसवे पर बिना टोल टैक्स दिए सफर कर सकेंगे।
क्या है FASTag Annual Toll Pass योजना?
इस योजना के तहत अब हर बार FASTag में बैलेंस चेक करने या उसे बार-बार रिचार्ज करने की झंझट नहीं रहेगी। बस एक बार ₹3000 की फिक्स राशि जमा कर दीजिए और उसके बाद पूरे साल आप देशभर में कहीं भी हाईवे या एक्सप्रेसवे पर फ्री में ट्रैवल कर सकेंगे। इससे आपकी जेब पर बोझ कम होगा और आपको टोल प्लाजा पर रुकना भी नहीं पड़ेगा। यानी ट्रैवल होगा स्मूद, समय की भी बचत और जेब भी रहेगी सेफ।
किसे होगा सबसे ज्यादा फायदा?
इस स्कीम का सबसे बड़ा फायदा उन लोगों को मिलने वाला है जो रोजाना या बहुत बार हाईवे पर सफर करते हैं। जैसे कि ऑफिस के लिए अप-डाउन करने वाले लोग, टैक्सी और कैब ड्राइवर, ट्रक ड्राइवर या फिर वो लोग जिनका काम फील्ड में घूमना होता है। अगर आप हफ्ते में 3 से 4 बार भी टोल क्रॉस करते हैं, तो आपके लिए ये स्कीम बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है। एक तरह से कहें तो ₹3000 का खर्च पूरे साल के टोल टैक्स के मुकाबले बेहद कम है।
इस स्कीम की जरूरत क्यों पड़ी?
अब आप सोच रहे होंगे कि सरकार ने ऐसा कदम क्यों उठाया? दरअसल, अभी जो FASTag सिस्टम चल रहा है, उसमें हर बार बैलेंस चेक करना, रिचार्ज करना और नेटवर्क की दिक्कतें आम हैं। कई बार FASTag में बैलेंस खत्म हो जाता है और प्लाजा पर लंबी लाइनें लग जाती हैं। इससे न केवल समय बर्बाद होता है, बल्कि ईंधन की भी खपत होती है। सरकार चाहती है कि टोल सिस्टम और भी स्मार्ट बने और यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो।
GPS आधारित टोल सिस्टम की तैयारी भी जारी
सरकार यहीं नहीं रुकी है। टोल सिस्टम को और मॉडर्न बनाने के लिए अब GPS आधारित टोल कलेक्शन सिस्टम भी लाने की तैयारी हो रही है। इस नई तकनीक के तहत जैसे ही आपकी गाड़ी किसी टोल एरिया में घुसेगी, आपके अकाउंट से अपने आप टोल की राशि कट जाएगी। इससे टोल प्लाजा पर रुकने की जरूरत ही नहीं रहेगी और सफर पूरी तरह से बाधारहित होगा। यानी फ्यूचर में ट्रैवलिंग और भी ज्यादा स्मार्ट और तेज हो जाएगी।
कम यात्रा करने वालों के लिए क्या विकल्प होगा?
अगर आप महीने में सिर्फ एक या दो बार ही टोल का इस्तेमाल करते हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार की यह स्कीम पूरी तरह वैकल्पिक होगी। मतलब, जो लोग सालाना पास लेना चाहते हैं, वही लें। बाकी के लिए पहले जैसा पे-पर-यूज़ सिस्टम बना रहेगा, जिसमें ₹50 प्रति 100 किलोमीटर के हिसाब से टोल चार्ज लिया जाएगा। यानी ये योजना सभी तरह के ट्रैवलर्स को ध्यान में रखकर बनाई गई है।
कब से लागू होगी यह योजना?
फिलहाल ये योजना विचाराधीन है लेकिन सरकार इस पर तेजी से काम कर रही है। उम्मीद है कि आने वाले कुछ महीनों में इस पर आधिकारिक घोषणा हो जाएगी। शुरुआत में इसे कुछ खास रूट्स पर पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लागू किया जाएगा और फिर धीरे-धीरे इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा। इससे पहले सरकार यह भी देखेगी कि लोगों का रेस्पॉन्स कैसा रहता है और स्कीम कितनी सफल होती है।
क्या वाकई में फायदेमंद है ये स्कीम?
बिलकुल फायदेमंद है। सोचिए, सालभर ₹3000 खर्च करके आप बिना किसी रुकावट के देशभर में सफर कर सकते हैं। न बार-बार रिचार्ज की झंझट, न नेटवर्क की दिक्कत और न ही लंबी लाइनों का झेला। ट्रैवल करना आसान हो जाएगा, टोल प्लाजा पर समय की बचत होगी और ईंधन भी कम खर्च होगा। यानी हर एंगल से देखा जाए तो ये स्कीम आम यात्रियों के लिए फायदे का सौदा है।
सरकार की यह FASTag Annual Toll Pass स्कीम अगर समय पर लागू हो जाती है, तो यह एक गेम चेंजर बन सकती है। लाखों लोगों को रोजाना के सफर में राहत मिलेगी और देश के टोल सिस्टम में एक बड़ा सुधार देखने को मिलेगा। जो लोग लगातार ट्रैवल करते हैं, उनके लिए तो ये योजना किसी वरदान से कम नहीं है। अब बस इंतजार है उस दिन का जब ये स्कीम पूरे देश में लागू हो और हर कोई इसका लाभ उठा सके।
Disclaimer
यह लेख एक संभावित सरकारी योजना पर आधारित है, जिसकी अभी तक आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। इसमें दी गई जानकारियां मीडिया रिपोर्ट्स और मौजूदा सूचनाओं पर आधारित हैं। योजना में बदलाव संभव हैं, इसलिए किसी भी निर्णय से पहले आधिकारिक स्रोतों से जानकारी अवश्य प्राप्त करें।